IAS Chandrajyoti Singh
आज के जमाने में यूपीएससी जैसा कठिन एग्जाम को पास करने के लिए लोग कई वर्षों तक प्रयत्न करते हैं फिर भी सफलता हाथ नहीं आती लेकिन इस चंद्र ज्योति सिंह ने सिर्फ 22 साल की उम्र में अपने पहले अटेम्प्ट में ही यूपीएससी के परीक्षा पास कर ली। एक सेवा निवृत सेना अधिकारी की बेटी चंद्र ज्योति सिंह ने सिर्फ 22 साल की उम्र में ही कर दिखाया इतिहास रचने वाला कार्य इस आर्टिकल के माध्यम से उनकी सफलता का पूरा राज जानीये.!
संघ लोक सेवा आयोग यूपीएससी की परीक्षा होती है सबसे कठिन
देश में हजारों लोग यूपीएससी के परीक्षा पास करने के लिए कई वर्षों तक एक कमरे में अपने आप को बंद कर लेते हैं लेकिन फिर भी उनको सफलता नहीं मिलती सिविल परीक्षाएं इतनी कठिन होती है कि हर कोई के बस की बात नहीं होती कि इसे पास कर ले लेकिन चंद्र ज्योति सिंह नौकर साहू के लिए प्रेरणा की किरण बनकर निकली है। भारतीय प्रशासनिक सेवा आईएएस अधिकारी भरने का उनका यह यात्रा काफी कठिनता से गुजारा है।
यूपीएससी परीक्षा को पास करना इतना आसान नहीं होता
देश भर के दिग्गज छात्र-छात्राएं यूपीएससी के परीक्षाओं का प्रिपरेशन करते हैं लेकिन उम्मीदवारों की आकांक्षाओं का गवाह उनके सिर्फ आस्था का प्रयत्न ही हो सकती है। ऐसे में जो उम्मीदवार एकदम कठिन प्रयत्न करता है और सिर्फ अपने लक्ष्य की तरफ ही ध्यान एकत्रित करके पढ़ाई करता है वही इस परीक्षा को पास कर पता है जहां पर कुछ लोग इस परीक्षा को सिर्फ अपने पहले प्रयत्न में ही निकाल लेते हैं। वहीं पर इस परीक्षा को निकालने में कई लोगों को 5 से 10 साल की कड़ी मेहनत करनी पड़ जाती है।
सेवानिवृत्ति सेवा अधिकारी कर्नल दलबारा सिंह और लेफ्टिनेंट कर्नल मीन सिंह की बिटिया रानी चंद्र ज्योति सिंह ने उनकी सपने को पूरा किया अपने दुर्लभ स्थिति में भी उन्होंने अथक किया और यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा को एक ही प्रयास में सफलता हासिल कर ली अनुशासन और प्रेरक वातावरण में पाली बड़ी यह लड़की कम उम्र में ही सफलता की सीडीओ को चूम ली है।
चंद्र ज्योति सिंह के आईएएस अधिकारी की रैंकिंग की जानकारी
चंद्र ज्योति सिंह की शैक्षणिक शिक्षा की बात करें तो इन्होंने एपीजे स्कूल से कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा सीजीपीए और चंडीगढ़ के भवन विद्यालय से कक्षा 12वीं के परीक्षा को उत्तीर्ण किया था जिसमें इन्होंने 95.4% अंक हासिल किया था और 2018 में इन्होंने विश्वविद्यालय केंद्र ऑफिस कॉलेज से सीजीपीए के साथ इतिहास के सम्मान के साथ स्नातक की परीक्षा को भी क्लियर किया जहां पर उन्होंने काफी बढ़िया परफॉर्मेंस से अपने शिक्षकों का दिल जीता।
ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने 2018 में यूपीएससी के परीक्षा की यात्रा शुरू की इसके पहले उन्होंने एक वर्ष का विराम लिया था फिर उन्होंने दिन-रात कठोर प्रयत्न करने के बाद यूपीएससी की परीक्षा को अपने अनुशासित नियम से पास किया और एआरआ 28 रैंक हासिल की। फिर उसके बाद जी चंद्र ज्योति सिंह ने इस अधिकारी की प्रतिष्ठित टोपी पहन कर अपने माता-पिता के सर को गर्व से ऊंचा कर दिया।
उनकी सफलता से हमें यह प्रेरणा मिलती है की दृढ़ संकल्प के आगे आप कोई भी कठिन परीक्षा को उत्तीर्ण कर सकते हैं और अपने जीवन में एक अच्छा मुकाम हासिल कर सकते हैं।
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